लोकसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस और आम आदमी पार्टी (AAP) में चंडीगढ़ और 4 राज्यों में सीट शेयरिंग फॉर्मूला तय हो गया। दिल्ली में AAP 4 सीटों पर और कांग्रेस 3 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। हरियाणा में कांग्रेस 9 और AAP एक सीट पर चुनाव लड़ेगी। गुजरात में कांग्रेस 24 और आप 2 सीटों पर चुनाव लड़ेगी। चंडीगढ़ की सीट कांग्रेस के खाते में गई है।
उत्तर प्रदेश में समाजवादी पार्टी के साथ गठबंधन करने के बाद कांग्रेस अब दिल्ली में आम आदमी पार्टी के साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेगी, दोनों के बीच सीटों के बंटवारे को लेकर सहमति बन गई है। आज AAP और कांग्रेस की संयुक्त प्रेस कॉन्फ्रेंस में यह ऐलान किया गया कि आम आदमी पार्टी दिल्ली की चार सीटों नई दिल्ली, वेस्ट दिल्ली, साउथ दिल्ली और ईस्ट दिल्ली से चुनाव लड़ेगी, जबकि चांदनी चौक, नार्थ ईस्ट और नार्थ वेस्ट सीट पर कांग्रेस चुनाव लड़ेगी।
गुजरात में 24 सीटों पर कांग्रेस और दो सीटों पर AAP के प्रत्याशी होंगे। हरियाणा में 10 सीटों में से 9 पर बीजेपी और कुरुक्षेत्र से आप के प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे। चंडीगढ़ में कांग्रेस प्रत्याशी चुनाव लड़ेंगे। गोवा में दोनों सीटों पर कांग्रस चुनाव लड़ेगी। हालांकि, पंजाब में आम आदमी पार्टी अकेले चुनाव लड़ेगी। इसका ऐलान अरविंद केजरीवाल पहले ही कर चुके हैं।
प्रेस कॉन्फ्रेंस में महासचिव संदीप पाठक, दिल्ली के मंत्री सौरभ भारद्वाज और आतिशी AAP की तरफ से शामिल हुईं, जबकि कांग्रेस की तरफ से गठबंधन के लिए गठित समिति के अध्यक्ष मुकुल वासनिक, दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष अरविंदर सिंह लवली और दिल्ली-हरियाणा प्रभारी दीपक बाबरिया शामलि हुए।
इससे पहले, कांग्रेस के संचार महासचिव जयराम रमेश ने कहा था कि कांग्रेस हमेशा से AAP के साथ गठबंधन करना चाहती थी। उन्होंने टीएमसी के पश्चिम बंगाल की सभी 42 लोकसभा सीटों पर चुनाव लड़ने के ऐलान पर कहा कि गठबंधन के लिए दरवाजे अभी भी खुले हैं। चर्चा जारी है। अगले चुनाव में भाजपा की हार निश्चित है।