भारत में लोकसभा चुनाव का दौर चल रहा है, मुख्य रूप से बीजेपी और कांग्रेस सत्ता में काबिज होने के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है, दोनों पार्टिया एक- दुसरे पर आरोप लगाने का कोई भी मौका नहीं छोड़ रही है, इस कड़ी में कांग्रेस के नेता सैम पित्रोदा ने विरासत टैक्स को लेकर एक ऐसा बयान दे दिया जो कांग्रेस के लिए गले का फास बना गया है|
दरअसल! इंडियन ओवरसीज कांग्रेस के अध्यक्ष सैम पित्रोदा ने अमेरिका के शिकागो में विरासत कर की पैरवी करते हुए ऐसे ही कानून को भारत में लाने की वकालत की है। जैसे सैम पित्रोदा ये बयान दिया बीजेपी कांग्रेस पर हमलावर हो गई, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि है कांग्रेस माता-पिता से मिलने वाली संपत्ति को भी लोगों से छीनना चाहती है, अब आपके मन में भी सवाल आ रहा होगा कि, आखिर विरासत टैक्स क्या होता है और इसे कहां लगाया जाता है.
तो आपको बता दें कि, विरासत टैक्स को किसी व्यक्ति की मृत्यु के बाद उसकी उस संपत्ति पर लगता है, जो उत्तराधिकारियों को मिलनी होती है, अमेरिका और जापान समेत दुनियाभर के कई देशों में इस टैक्स को लगाया जाता है, कई देशों में इस टैक्स की दर 50 फीसदी से भी अधिक है, जब किसी को विरासत में कोई संपत्ति मिलती है तो उसके ट्रांसफर से पहले इस टैक्स को लिया जाता है, इस टैक्स को सरकारें रेवेन्यू में बढ़ोतरी के लिए लगाती हैं|